तकनीकी योगदान के बाद ही विशिष्ट शिक्षकों को वेतन

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तकनीकी योगदान के बाद ही विशिष्ट शिक्षकों को वेतन मिलेगा। पहले दिन बुधवार को विभिन्न प्रखंडों में 70 फीसदी से अधिक विशिष्ट शिक्षकों ने योगदान दिया। अपने ही विद्यालय में नियोजित शिक्षक से विशिष्ट शिक्षक बनने की खुशी शिक्षकों के चेहरे पर झलक रही थी। हालांकि, तकनीकी योगदान को लेकर शिक्षकों में संशय की स्थिति रहीl

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डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय पदस्थापन और योगदान पत्र का मूल प्रति जमा करना होगा। इसपर हेडमास्टर का हस्ताक्षर और मुहर अनिवार्य है। सभी शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्र देने होंगे। जबतक शिक्षकों का तकनीकी योगदान नहीं होगा, तब तक एचआरएमएस ऑन बोर्डिंग और प्राण जेनरेशन की कार्यवाही नहीं की जा सकेगी




जांच के बाद बीईओ फोल्डर करेंगे तैयार : डीईओ ने इसके लिए पांच अलग- अलग टीम बनाई है, जिन्हें कागजात को ऑनलाइन अपलोड करना है। सभी प्रखंड के बीईओ को निर्देश दिया गया है कि जांच के बाद शिक्षक के सर्टिफिकेट का फोल्डर तैयार कर देंगे। इसी के आधार पर शिक्षकों का तकनीकी योगदान होगा।

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